Lifestyle News - Today News in Hindi | Today News Headline in Hindi | Lifestyle Latest News | Lifestyle Breaking Newshttps://www.myallinone.inLifestyle news is news that is related to your lifestyle, health, food, fashion, beauty, travel, relationships and other topics. In Lifestyle News you get information that helps in making your life better, beautiful and healthy.hiबहुत ज्यादा सोना आपको पड़ सकता है भारी, हो सकते हैं ये नुकसानhttps://www.myallinone.in/sleeping-too-much-can-cost-you-heavily-these-can-be-harmfulहेल्थ न्युज । सेहतमंद रहने के लिए अच्छी और पूरी नींद लेना जरूरी है। सोने से दिन भर की थकान दूर हो जाती है और शरीर को एनर्जी मिलती है। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें सोने के लिए जितना समय मिल जाए वो कम ही लगता है। नींद पूरी करना जहां सेहत के लिए बहुत आवश्यक है वहीं बहुत ज्यादा सोने से इसके कुछ नुकसान भी हैं।

सिर दर्द : बॉडी में बनने वाला सेरोटोनिन हार्मोन हमारे सोने और जागने के पैटर्न को कंट्रोल करता है। बहुत ज्यादा सोने से सेरोटोनिन पर इसका नकारात्मक असर पड़ता है। ये न्यूरोट्रांसमीटर को भी बाधित करता है। इसकी वजह से सुबह देर तक सोकर उठने के बाद अक्सर लोगों को सिर दर्द की शिकायत रहती है। इसके अलावा बहुत देर तक सोने के बाद अचानक भूख और तेज प्यास लगती है जिससे सिरदर्द होने लगता है।

पीठ में दर्द  : अगर आपको देर तक सोने की आदत है तो निश्चित तौर पर आपकी पीठ में अक्सर दर्द होता होगा। खराब गद्दे पर देर तक सोने से मांसपेशियों (Muscles) पर दबाव पड़ता है। इसके अलावा खराब पोजीशन में लंबे समय तक सोने से भी पीठ में दर्द होने लगता है।

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https://www.myallinone.in/sleeping-too-much-can-cost-you-heavily-these-can-be-harmful05-Sep-2024 1:03:02 pm
हड्डियां कमज़ोर बना देती है 5 खराब आदतें, 40 की उम्र के बाद उठानी पड़ेगी बड़ी परेशानी, आज से ही छोड़ देंhttps://www.myallinone.in/5-bad-habits-make-your-bones-weak-this-can-be-a-big-problem-after-the-age-of-40-stop-it-from-today-itselfBone Health: उम्र बढ़ने के साथ हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। कई बार हमारी खराब आदतें कम उम्र में ही हड्डियों के कमजोर होने की वजह बन सकती है, जो काफी नुकसानदायक हो सकता है

Bone Health: हड्डियों पर ही हमारे पूरे शरीर का ढांचा टिका हुआ है। बढ़ती उम्र के साथ बोन्स का वीक होना आम है, लेकिन आजकल कम उम्र में ही हड्डियां कमजोर होने लगी हैं, इसी के साथ ज्वाइट्स से जुड़ी कई तरह की परेशानियां दिखाई देने लगी हैं। हमारी कुछ खराब आदतें हड्डियों को कमजोर बनाने के लिए जिम्मेदार होती हैं। अगर इन खराब हैबिट्स को वक्त रहते नहीं सुधारा जाए तो उम्र बढने के साथ बोन्स से जुड़ी गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 

हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए सही लाइफस्टाइल और खान-पान का होना बेहद जरूरी है। 5 खराब आदतें और बेतरतीब जीवनशैली हड्डियों को कमजोर बनाने के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। 

हड्डियां कमजोर बनाती हैं 5 खराब आदतें

पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन डी न लेना: कैल्शियम और विटामिन डी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं। यदि आप इनमें से पर्याप्त मात्रा में नहीं लेते हैं, तो आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

स्मोकिंग: धूम्रपान हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए कई तरह से हानिकारक है। यह हड्डियों के निर्माण को धीमा कर देता है, हड्डियों के घनत्व को कम करता है और फ्रैक्चर के खतरे को बढ़ाता है।

अत्यधिक शराब का सेवन: अत्यधिक शराब का सेवन हड्डियों के स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। यह कैल्शियम के अवशोषण में बाधा डालता है और हड्डियों के टूटने के खतरे को बढ़ाता है।

व्यायाम न करना: नियमित व्यायाम हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण है। भार वहन करने वाले व्यायाम, जैसे चलना, दौड़ना और वजन उठाना, हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने में मदद करते हैं।

खराब फूड हैबिट: अस्वस्थ आहार, जिसमें बहुत अधिक प्रोसेस्ड फूड, चीनी और वसा होती है, हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। ये खाद्य पदार्थ हड्डियों से कैल्शियम को बाहर निकाल सकते हैं और फ्रैक्चर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।

(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। My All in One इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ, डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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https://www.myallinone.in/5-bad-habits-make-your-bones-weak-this-can-be-a-big-problem-after-the-age-of-40-stop-it-from-today-itself02-Jul-2024 1:04:56 pm
Lips Care Tips: फटे और रूखे होंठ होते हैं कष्टदायी, इन लिप मास्क को हफ्ते में दो बार करें apply और पाएं कोमल होंठhttps://www.myallinone.in/lips-care-tips-chapped-and-dry-lips-are-painful-apply-these-lip-masks-twice-a-week-and-get-soft-lipsLips Care Tips: होंठों के रूखेपन के कारण लिपस्टिक भी ढंग से नहीं लग पाती और फटे होंठों की स्थिति तो काफी कष्टदायक होती है. इसकी वजह से फेस भी बिल्कुल अच्छा नहीं दिखता है. ऐसे में होंठों की देखभाल पर अतिरिक्त ध्यान देना महत्वपूर्ण है.इसके लिए सप्ताह में 2-3 बार होंठों पर स्क्रब के साथ लिप मास्क का इस्तेमाल जरूर करें. आज हम आपको घर पर ही लिप मास्क बनाने के कुछ तरीके बताते हैं, जो आपके होंठों को स्वस्थ और खूबसूरत बनाए रखने में मदद कर सकते हैं.

स्ट्रॉबेरी, शहद और जैतून के तेल का लिप मास्क 

होंठों खूबसूरत गुलाबी बनाने के लिए स्ट्रॉबेरी, शहद और जैतून के तेल का लिप मास्क बनाकर इस्तेमाल करें.लाभ के लिए 1 स्ट्रॉबेरी को मैश कर लें, फिर इसमें 1 चम्मच शहद और जैतून का तेल मिलाएं.अब इस मिश्रण को होंठों पर 10 मिनट के लिए लगाकर धो लें.स्ट्रॉबेरी में विटामिन-C और एंटी-ऑक्सीडेंट होता है, जो आपके होंठों की मरम्मत करने के साथ-साथ प्राकृतिक रूप से गुलाबी बनाते हैं.

गुलाब और दूध का लिप मास्क

इसके लिए गुलाब की कुछ पंखुड़ियों को थोड़े-से दूध के साथ एक मिक्सी में पीस लें.अब इस मिश्रण को थोड़ी देर तक होंठों पर रगड़ें और फिर होंठों को गुनगुने पानी से धोकर लिप बाम लगा लें.इस लिप मास्क से होंठों को प्राकृतिक निखार मिलेगा और यह किसी भी तरह के संक्रमण से आपके होंठों को बचाए रखने में भी मददगार है.

शहद, नींबू और कच्ची चीनी का लिप मास्क

शहद, नींबू और कच्ची चीनी का लिप मास्क होंठों से रूखी त्वचा को हटाता है और उन्हें नमी प्रदान कर सकता है.लाभ के लिए 2 चम्मच शहद, 1 चम्मच कच्ची चीनी और नींबू के रस को मिलाकर इस मिश्रण को अपने होंठों पर 3 मिनट तक धीरे-धीरे मालिश करें.इसके बाद इसे 5 मिनट तक लगा रहने दें, फिर पानी से धो लें.इस लिप मास्क के इस्तेमाल से आपके होंठ अधिक सुंदर और आकर्षित होते हैं.

नारियल तेल और कच्ची चीनी का लिप मास्क

नारियल तेल और कच्ची चीनी के लिप मास्क से डेड स्किन सेल्स को दूर करने और होंठों की नमी बरकरार रहती है.लाभ के लिए 1 चम्मच नारियल तेल में 1 चम्मच कच्ची चीनी मिलाएं, फिर इस मिश्रण को अपने होंठों पर धीरे-धीरे से मलें.इस लिप मास्क के इस्तेमाल से होंठ मुलायम और हाइड्रेटेड हो सकेंगे, साथ ही इसे बनाना भी बहुत आसान है.

एलोवेरा और ब्राउन शुगर का लिप मास्क

यह लिप मास्क होंठों को मुलायम और चमकदार बनाने में मदद कर सकता है.लाभ के लिए 2 चम्मच एलोवेरा जेल और 1 चम्मच ब्राउन शुगर को एकसाथ मिलाएं, फिर इसे होंठों पर लगाकर धीरे-धीरे स्क्रब और मालिश करें. इसको कुल 15 मिनट तक लगा रहने दें, फिर पानी से धो लें.यह लिप मास्क होंठों की रूखी त्वचा को स्क्रब करता है और उन्हें हाइड्रेट बनाए रख सकता है.

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https://www.myallinone.in/lips-care-tips-chapped-and-dry-lips-are-painful-apply-these-lip-masks-twice-a-week-and-get-soft-lips29-Jun-2024 6:43:31 pm
उल्टी और सिर दर्द की वजह हो सकती है गर्मीhttps://www.myallinone.in/heat-can-be-the-cause-of-vomiting-and-headacheहेल्थ न्युज (एजेंसी)। इन दिनों गर्मी इतनी भीषण पड़ रही है कि हर कोई परेशान है। खासतौर से इस मौसम में पेट से जुड़ी बीमारियां ज्यादा होती हैं। कई बार ज्यादा गर्म चीजों के सेवन और मौसम में आए बदलाव के कारण पेट में अपच, गैस, पित्त का बढ़ना, पेट में इंफेक्शन हो सकता है। 

गर्मी के मौसम में ज्यादातर लोगों को पेट में गर्मी होने के कारण उल्टी, जी मिचलाना, सिर दर्द और अपच जैसी समस्याएं होने लगती हैं। अगर आपको भी इनमें से कोई लक्षण नजर आ रहे हैं तो इसका कारण गर्मी हो सकती है। इन समस्याओं से बचने के लिए अपने पेट को ठंडा रखें। गर्मी में पेट को ठंडा रखने के लिए इन चीजों का सेवन करें।

  1. पेट में गर्मी होने पर दिखते हैं ये लक्षण
  2. उल्टी और घबराहट
  3. गले में जलन और पेट फूलना
  4. मुंह में खट्टा पानी आना
  5. खाना खाने के बाद खट्टी डकार
  6. सांस लेने में दिक्कत होना
  7. छाती में जलन महसूस होना
  8. सिर में दर्द बने रहना
  9. पेट में गैस कब्ज होना

 

पेट में गर्मी बढ़ने का कारण

इस मौसम में पेट में गर्मी होने की कई वजह हो सकती हैं। कई बार ज्याद मिर्च-मसाले वाली सब्जी खाने से, ज्यादा नॉनवेज खाने से, ज्यादा दवा खाने से, ज्यादा स्मोकिंग करने से, ज्यादा चाय और कॉफी पीने से, बहुत लंबे समय खाकर बैठे रहने से, सही समय पर खाना न खाने की आदत के कारण पेट में गर्मी हो सकती है।

पेट की गर्मी कैसे शांत करें?

गर्मी में खान-पान का बहुत ख्याल रखें। इस मौसम में एकदम हल्का और सादा खाना खाएं। ज्यादा तेल मसालेदार खाने से बचें। सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पिएं। दोपहर के खाने में लस्सी, छाछ या दही खाएं। सुबह उठने के 1-2 घंटे में नाश्ता कर लें। एक बार ज्यादा न खाएं और खाली पेट भी न रहें। दिनभर पानी पीते रहें।

पेट को ठंडा रखती हैं ये चीजें

केला - गर्मी के मौसम में रोज केला जरूर खाएं। केले में पोटैशियम ज्यादा होता है, जिससे एसिड कंट्रोल करने में मदद मिलती है। केले में पीएच तत्व होते हैं जो पेट में एसिड को कम करते हैं। इससे पेट में एक चिकनी लेयर बनती है और गर्मी से राहत मिलती है।

सौंफ - पेट को ठंडा रखने और गर्मी को शांत करने के लिए सौंफ का सेवन करें। सौंफ और मिश्री खाने से पेट की जलन शांत होती है। सौंफ खाने से एसिडिटी कम होती है। खाने के बाद सौंफ और मिश्री जरूर खाएं। आप सौंफ का पानी भी पी सकते हैं।

ठंडा दूध - गर्मी में अगर आपको गर्म दूध का स्वाद पसंद नहीं आता तो आप ठंडा दूध पी सकते हैं। रोजाना नाश्ते में 1 कप ठंडा दूध पी लें। इससे कैल्शियम मिलेगा और पेट की गर्मी कम होगी। ठंडा दूध पीने से एसि़डिटी भी कम होती है। इससे पेट को ठंडक मिलेगी।

तुलसी के पत्ते - गर्मी में रोजाना तुलसी के पत्तों का सेवन जरूर करें। खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने से पेट में पानी की मात्रा बढ़ती है। इससे पेट का एसिड कम होता है। गर्मी में आप तुलसी के पत्तों की चाय पीएं। मसालेदार खाने को भी तुलसी के पत्तों से पचाया जा सकता है।

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https://www.myallinone.in/heat-can-be-the-cause-of-vomiting-and-headache07-Jun-2024 3:18:29 pm
वजन घटाने में दवा की तरह काम करते हैं फाइबर से भरपूर ये 5 फूड्स, आज से ही शुरू करें खानाhttps://www.myallinone.in/these-5-fiber-rich-foods-work-like-medicine-in-weight-loss-start-eating-them-from-todayवजन कम करने के लिए बिना स्टार्च वाली सब्जियों का सेवन करें. फलियां जैसे बीन्स, चने और दाल में अधिक मात्रा में फाइबर और प्रोटीन होता है जिसकी वजह से बार-बार भूख नहीं लगती है.

सब्जियां

वजन कम करने के लिए बिना स्टार्च वाली सब्जियां जैसे ब्रोकली, पालक, गाजर, केल और स्प्राउट्स का सेवन करें. इन सब्जियों में कैलोरी की मात्रा कम होती है और फाइबर भरपूर होने के कारण यह जल्दी वजन घटाने में मददगार होती है.

फल

भागदौड़ भरी जिन्दगी में लोग अक्सर फल खाने के बजाय जल्दी में जूस पीकर निकल जाते हैं. फल में जूस के मुकाबले ज्यादा मात्रा में फाइबर होता है इसलिए जूस के बजाय फल का ही सेवन करना चाहिए. जैसे कि- सेब, नाशपाती, जामुन और संतरे.

फलियां
फलियां जैसे बीन्स, चने और दाल में अधिक मात्रा में फाइबर और प्रोटीन होता है जिसकी वजह से बार-बार भूख नहीं लगती है. इसका सेवन करने से बॅाडी में एनर्जी आती है और वजन घटाने में भी मदद मिलती है.

साबुत अनाज

साबुत अनाज सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद होता है जैसे कि, ओट्स, जौ, क्विनोआ और वीट ब्रेड. साबुत अनाज में रिफाइंड अनाज की तुलना में अधिक मात्रा में फाइबर और पोषक तत्व होते हैं जो कि वजन को कम करने में मदद करते हैं.

नट्स और सीड्स

नट्स और सीड्स जैसे, अलसी के बीज, बादाम, चिया सीड्स और कद्दू के बीज. इन सब में सिर्फ फाइबर ही नहीं बल्कि अधिक मात्रा में हेल्दी फेट और प्रोटीन भी होता है जो कि हेल्थ के लिए काफी सेहतमंद माना जाता है. इसको रोजाना की दिनचर्या में शामिल करने से यह वजन को भी कम करने में मदद करता है.

एवोकाडो

एवोकाडो एकमात्र ऐसा फल है जो कि सिर्फ खाने में ही स्वादिष्ट नहीं होता बल्कि इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर और हेल्दी फैट होता है. यह सेहत, स्वास्थ्य और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसलिए इसको सुपरफूड भी कहा जाता है.

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https://www.myallinone.in/these-5-fiber-rich-foods-work-like-medicine-in-weight-loss-start-eating-them-from-today07-Jun-2024 3:08:07 pm
रोजाना काजू खाने से हड्डियां बनती है मजबूतhttps://www.myallinone.in/eating-cashew-nuts-daily-makes-bones-strongerहेल्थ न्युज (एजेंसी)। जो लोग रोजाना काजू खाते हैं उनकी हड्डियां मजबूत बनती है। काजू में कैल्शियम और मैग्नीशियम होता है जो बोन्स के लिए अच्छा होता है। बच्चों को रोजाना 2-3 काजू खिला सकते हैं। वैसे तो काजू खाने के ढेरों फायदे हैं, पर आपको दिन में 3-4 या बहुत से बहुत 5 काजू से ज्यादा नहीं खाने चाहिए। अगर आप इससे ज्यादा काजू खाते हैं तो इससे पेट खराब हो सकता है। ज्यादा काजू खाने से फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।

2-3 काजू डायबिटीज के मरीज भी खा सकते हैं। काजू खाने से ग्लूकोज लेवल कंट्रोल रहता है। ऐसे में डायबिटीज के रोगी अपने खाने में काजू को जरूर शामिल कर लें।

अगर आप सीमित मात्रा में काजू खाते हैं तो इससे पेट और पाचन अच्छा बनता है। काजू में फाइबर होता है जो डाइजेशन को बेहतर बनाता है। इससे गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है।

काजू में गुड फैट और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो मेटाबॉलिज्म बढ़ाते में मदद करता है। 3-4 काजू खाने से मोटापा भी कम किया जा सकता है। इससे भूख को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है।

स्किन के लिए भी काजू बहुत फायदेमंद हैं। रोजाना काजू खाने से त्वचा की झुर्रियां कम होती हैं। काजू में विटामिन ई और एंटी-क्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा और बालों को मजबूत बनाने का काम करता है।

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https://www.myallinone.in/eating-cashew-nuts-daily-makes-bones-stronger09-Mar-2024 7:31:10 pm
भुना हुआ काला चना हमें कई तरह की बीमारियों से बचाता हैhttps://www.myallinone.in/roasted-black-gram-protects-us-from-many-diseasesहेल्थ न्युज (एजेंसी)। भुना चना शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। भुने हुए चने में प्रोटीन के अलावा फाइबर और कई तरह को पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसलिए इसे हेल्दी सुपरफूड माना जाता है। रोस्टेड चना खाने से वजन तेजी से कम हो सकता है। इससे कई और फायदे भी होते हैं।

भुना चना खाने के फायदे

वेट लॉस

वजन कम करने में भुना चना मददगार होता है। इसमें प्रोटीन की हाई मात्रा होती है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, चने में मौजूद फाइबर और प्रोटीन क्रेविंग को शांत कर वजन को कम करते हैं।

डायबिटीज

भुना चना डायबिटीज में फायदेमंद माना जाता है। इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रहता है। दरअसल, इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स और इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभकारी होता है।

दिल की सेहत को रखे दुरुस्त

भुना चना दिल की सेहत के लिए लाभकारी हो सकता है। दरअसल, इसमें फाइबर की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ यानी हार्ट की हेल्थ के लिए अच्छी होती है। यह दिल की बीमारियों को कंट्रोल करने में मददगार हो सकता है।

 कैंसर के खतरे करे कम

नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट और नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, भुने चने में ब्यूटी रेट नाम का फैटी एसिड पाया जाता है, जो कैंसर सेल्स को रोकने का काम करता है. इसलिए माना जाता है कि चना कैंसर जैसी बीमारियों से बचा सकता है।

दिमाग के लिए फायदेमंद है

हावर्ड यूनिवर्सिटी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, भुने चने या नॉर्मल चलने के सेवन से दिमाग तेजी से काम करता है। इससे ब्रेन पावर बूस्ट होती है। इसमें मौजूद ल्यूटिन और दूसरे फाइटोन्यूट्रिएंट्स दिमाग की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।

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https://www.myallinone.in/roasted-black-gram-protects-us-from-many-diseases09-Mar-2024 7:10:10 pm
खाली पेट किशमिश के पानी पीने से मिलते हैं कई सारे फायदे, छोटी-मोटी बीमारियों से मिलेगा छुटकाराhttps://www.myallinone.in/drinking-raisin-water-on-an-empty-stomach-provides-many-benefits-you-will-get-relief-from-minor-diseasesहेल्थ न्युज (एजेंसी)। खाली पेट किशमिश के पानी पीने से शरीर को कई सारे फायदे मिलते हैं। साथ ही किशमिश का पानी अगर आप रोजाना पीते हैं तो आपको कई छोटी-मोटी बीमारियों से छुटकारा भी मिल जाएगा। कई हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि खाली पेट किशमिश के पानी पीने से शरीर को कई सारे फायदे मिलते हैं। साथ ही किशमिश का पानी अगर आप रोजाना पीते हैं तो आपको कई छोटी-मोटी बीमारियों से छुटकारा भी मिल जाएगा।

अंगूर से सुखाकर बनाए गए इस ड्राई फ्रूट जिसे हम किशमिश कहते हैं उसमें आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर भरपूर मात्रा में होती है, जो सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। हेल्दी लाइफस्टाइल और फिटनेस फ्रिक हैं तो आप एक हफ्ते तक इस ट्रिक को आजमाएं। आपको शरीर पर इसका असर तुरंत दिखने लगेगा। भिगोए हुए किशमिश को आप सुबह खाएं या उसका पानी पिएं इससे आपको कई सारे फायदे मिलेंगे।

अगर किसी व्यक्ति को पेट में कब्ज की शिकायत तो उसे जरूर खाली पेट किशमिश का पानी पीना चाहिए। इससे एसिडिटी और थकान मिट जाती है। किशमिश का पानी सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। पेट से जुड़ी तकलीफों से निजात पाना है तो हर दिन किशमिश का पानी पीना शुरू करें।

बैड कोलेस्ट्रॉल को किशमिश का पानी कंट्रोल करता है। साथ ही ही कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी मेंटेन करता है। शरीर के ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल को भी कंट्रोल करता है ताकि दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो सके।

किशमिश के पानी में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। खाली पेट रोजाना पीने से स्किन की झुर्रियां कम होने लगती है। साथ ही चेहरे पर निखार आता है। इसे रोजाना पीने मेटाबॉलिज्म भी मजबूत होता है।

जिन लोगों को खून की कमी होती है उन्हें भिगाए हुए किशमिश खाने के साथ-साथ इसका पानी भी पीना चाहिए। इससे शरीर में खून बढ़ता है।

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https://www.myallinone.in/drinking-raisin-water-on-an-empty-stomach-provides-many-benefits-you-will-get-relief-from-minor-diseases09-Mar-2024 7:08:14 pm
क्या पिस्ता खाने से बढ़ सकता है कोलेस्ट्रॉल? जानें क्या है सच्चाईhttps://www.myallinone.in/can-eating-pistachios-increase-cholesterol-know-what-is-the-truthपिस्ता का सेवन कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में करता है मदद

पिस्ता में एंटीऑक्सीडेंट उच्च मात्रा में मौजूद होते हैं और एंटीऑक्सीडेंट रिच फूड को डाइट में शामिल करने से खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है। पिस्ता में पोटैशियम भी होता है, हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकता है। इसके आहार में शामिल करके सिर्फ बैड कोलेस्ट्रॉल ही नहीं बल्कि उच्च रक्तचाप को भी नियंत्रित किया जा सकता है। हर रोज एक मुट्ठी पिस्ता को खाकर हृदय को हेल्दी रखा जा सकता है।

क्या पिस्ता कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है?

सर्दियों में सुपर कूल होने के लिए सुपरफूड्स का इस्तेमाल करना मददगार होता है। ड्राई फ्रूट्स प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करते हैं और कई बीमारियों से बचाने में सहायक होते हैं। यही कारण है कि लोग अपने आहार में बादाम, अखरोट, मूंगफली, काजू और पिस्ता को खूब खाना पसंद करते हैं। पिस्ता के बारे में यह मिथक लोकप्रिय है कि यह कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। दरअसल, यह कोलेस्ट्रॉल को नहीं बढ़ाता, लेकिन अधिक मात्रा में इसे लेना वजन को जरूर बढ़ा सकता है और बढ़ा हुआ वेट कुछ और अन्य बीमारियों की भी वजह बन सकता है, जिसमें दिल से जुड़ी बीमारियां, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर मुख्य रूप से है।

पिस्ता का सेवन कितने मात्रा में करें

बाजार में मिलने वाले अधिकतर पिस्ता रोस्टेड और सॉल्टेड ही होते हैं। इसलिए इनका अधिक सेवन करने से बचें, क्योंकि इसे ज्यादा मात्रा में लेने से आप नमक को भी अपने शरीर में इनटेक करते हैं, जिसकी वजह से कई अन्य बीमारियों को भी बुलावा मिल सकता है। इसे खाते समय इसकी मात्रा का ध्यान रखना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बताया जाता है कि पूरे दिन में 50 ग्राम- 80 ग्राम तक पिस्ता का सेवन करने से आपको नुकसान नहीं पहुंचेगा। हमेशा अन सॉल्टेड पिस्ता खाने की कोशिश करें। ‌इससे केवल आपको फायदे ही मिलेंगे और एक्स्ट्रा चीजें आपके शरीर को नुकसान नहीं पहुंचा सकेंगे।

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https://www.myallinone.in/can-eating-pistachios-increase-cholesterol-know-what-is-the-truth28-Nov-2022 11:38:15 am
दांतों की सड़न सहित कब्ज की समस्या को दूर करने में बथुआ है असरदार, इसके फायदे जान चौंक जाएंगे आपhttps://www.myallinone.in/bathua-is-effective-in-removing-the-problem-of-constipation-including-tooth-decay-you-will-be-shocked-to-know-its-benefitsविटामिन से भरपूर है बथुआ
बथुआ में विटामिन की मात्रा आंवले से कहीं ज्यादा होती है। दरअसल, इसमें कई प्रकार के विटामिन्स पाए जाते हैं। जो आपके शरीर के लिए बेहद लाभदायक होते हैं। इसमें कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम, मैगनीज, फास्फोरस, पोटाशियम, सोडियम और जिंक जैसे पावरफुल विटामिन पाए जाते हैं। साथ ही इसमें मिनरल्स भी अच्छी मात्रा में पाई जाती है।

दांतों के सड़न से बचाए
बथुआ दांतों से जुड़ी सभी परेशानियों को कंट्रोल करता है। अगर आपके दांतों में सड़न हो गई है या आपको पायरिया हो गया है, जिस कारण आपके दांत में हमेशा दर्द होता है तो आप इसकी चार से पांच पत्तियों को कच्चा चबाएं। ऐसा करने से आपको दांतों की सभी परेशानियां दूर होंगी। साथ ही मुंह से आनेवाले दुर्गन्ध को भी हटाने में ये बेहद असरदरा है।

कब्ज से दिलाए राहत
अगर आपका खाना नहीं पचता या आपको गैस की बहुत ज़्यादा समस्या होती है तो उसे कंट्रोल करने के लिए आप बथुआ का इस्तेमाल कर सकते हैं। कब्ज से राहत दिलाने में, भूख में कमी आने पर, खाना देर से पचने पर या खट्टी डकार आने पर बथुआ की पत्तियों को उबालकर उसका पानी पीना चाहिए।

इम्यून सिस्टम को बनाए मजबूत
सर्दियों में अक्सर ज़्यादातर लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। ऐसे में लोग अक्सर सर्दी खांसी जैसी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। आपके ऊपर ठण्ड की मार कुछ ज़्यादा असर न पड़े इसलिए बथुआ का इस्तेमाल करें। यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में बेहद असरदार है। बथुआ के साग में सेंधा नमक मिलाकर, इसका सेवन छाछ के साथ किया जाता है तो इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी।

स्किन की परेशानियों को करता है दूर
बथुए को उबालकर इसका रस पीने और सब्जी बनाकर खाने से स्किन से जुड़ी बीमारी, फोड़े-फुंसी से काफी आराम मिलता है। स्किन से जुड़ी बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए आप बथुए के पत्तों को पीसकर इसका रस निकालें। अब 2 कप रस में आधा कप तिल का तेल मिलाएं और इसे धीमी आंच पर पकाएं और फिर इस पानी को पिएं। इससे स्किन से जुड़ी सभी बीमारिया खत्म हो जाती हैं।

(डिसक्लेमर: आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)

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https://www.myallinone.in/bathua-is-effective-in-removing-the-problem-of-constipation-including-tooth-decay-you-will-be-shocked-to-know-its-benefits25-Nov-2022 5:23:15 pm
गठिया के दर्द को बढ़ा सकते हैं ये दो पेनकिलर, 70% लोग हर दर्द में करते हैं इनका सेवनhttps://www.myallinone.in/these-two-painkillers-can-increase-the-pain-of-arthritis-70-of-people-consume-them-in-every-painपेनकिलर मेडिसिन बढ़ा सकते हैं गठिया का दर्द: शोध
Radiological Society of North America (RSNA) द्वारा किए गए एक शोध की मानें तो, एंटी इंफ्लेमेटरी दवाएं जैसे कि इबुप्रोफेन (Ibuprofen) और नेप्रोक्सेन (Naproxen) आपके जोड़ों के अंदर की मांसपेशियों और लाइनिंग को नुकसान पहुंचाते हैं और एक प्रकार की सूजन पैदा करते हैं। इससे जोड़ों के बीच अकड़न और बढ़ जाती है और ये दर्द काफी ज्यादा बढ़ सकता है। इसके अलावा ये दवाएं आपकी हड्डियों के घनत्व को भी नुकसान पहुंचाते हैं और शरीर में कई समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
 

पेनकिलर के ज्यादा सेवन से हो सकता है ऑस्टिओपोरोसिस
ऑस्टिओपोरोसिस की बीमारी में कम उम्र में आपकी हड्डियों कमजोर या कहें कि अंदर से खोखली हो जाती है। इससे फ्रैक्चर का डर बढ़ जाता है। जो लोग इबुप्रोफेन (Ibuprofen) और नेप्रोक्सेन (Naproxen) का सेवन करते हैं, उनमें समय के साथ हड्डियों की लाइनिंग को खराब होते देखा गया है। इससे हड्डियां खोखली हो जाती हैं और आपको ऑस्टिओपोरोसिस की समस्या (osteoarthritis) हो सकती है। साथ ही ये दवाएं हड्डियों के अंदर की कुशनिंग को भी नुकसान पहुंचाते हैं जिससे जोड़ों को आराम मिलता है और इसमें अकड़न नहीं आती है। इस शोध को करने के लिए 793 गठिया के मरीजों की स्टडी की गई और पाया गया कि पेनकिलर हड्डियों की समस्याओं को और बढ़ा सकते हैं।

Stomach Cancer Awareness Month: जानिए स्टमक कैंसर अवेयरनेस मंथ से जुड़ी खास बातें एवं स्टमक कैंसर के लक्षण और बचाव
तो, अगर आप भी उन लोगों में हैं जो कि हर दर्द में इन पेनकिलर मेडिसिन का सेवन करते हैं तो ये आपको इन्हें लेने से पहले इस शोध के बारे में जानना चाहिए। साथ ही हड्डियों के नुकसान से बचने के लिए इसके सेवनन से बचना चाहिए।

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https://www.myallinone.in/these-two-painkillers-can-increase-the-pain-of-arthritis-70-of-people-consume-them-in-every-pain22-Nov-2022 11:08:45 am
जाड़े में कच्चा लहसुन खाने से एकसाथ मिट जाते हैं 11 रोग, लक्षण दिखने से पहले ही हो जाता है इलाजhttps://www.myallinone.in/eating-raw-garlic-in-winter-cures-11-diseases-at-once-treatment-is-done-even-before-symptoms-appearकच्चा लहसुन खाने का तरीका: ठंड में लहसुन के फायदे पाने के लिए आपको इसे खाली पेट खाना (garlic benefits with empty stomach) चाहिए। डॉ. अबरार मुल्तानी ने बताया कि खाली पेट लहसुन की 2 कली छीलकर चबाएं। इसके साथ 1 गिलास गुनगुना पानी भी पी सकते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक, कच्चा लहसुन खाने के 30 मिनट बाद तक आपको किसी चीज का सेवन नहीं करना है।

ठंड में नहीं होता जुकाम

कच्चा लहसुन खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। इसका सबसे बड़ा फायदा जुकाम की बीमारी में मिलता है। जिन लोगों की इम्युनिटी बूस्ट रहती है, उन्हें सर्दी-जुकाम जैसे आम संक्रमण परेशान नहीं कर पाते हैं। एक स्टडी के मुताबिक, लहसुन का सेवन करने से आपके बीमार पड़ने का खतरा 61 प्रतिशत तक कम हो जाता है।

कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर

नसों में गंदा कोलेस्ट्रॉल जम जाने से रक्तचाप उच्च (high blood pressure) हो जाता है। दोनों ही समस्याएं दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा देती हैं। आयुर्वेद कहता है कि हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज कच्चा लहसुन खाकर इसे कंट्रोल कर सकते हैं।

अल्जाइमर और डिमेंशिया

फ्री-रेडिकल्स के कारण होने वाला ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस आपके दिमाग की उम्र बढ़ा देता है। जिसके कारण अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी दिमागी बीमारी हो सकती है। लेकिन, कच्चे लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का नुकसान कम कर देते हैं।

थकावट-कमजोरी

एक्सपर्ट कच्चे लहसुन का सेवन (benefits of consuming raw garlic) एथलीट और स्पोर्ट्स प्लेयर के लिए काफी अच्छा मानते हैं। क्योंकि कई रिसर्च में इसे एथलीट परफॉर्मेंस को बढ़ाने वाला पाया गया है। लहसुन खाने से आपको रोजाना होने वाली थकावट व कमजोरी से छुटकारा मिलता है।

हड्डियां रहती है मोटी

उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों की मोटाई कम होने लगती हैं और वे कमजोर हो जाती हैं। आयुर्वेद में कच्चे लहसुन का सेवन हड्डियों की मजबूती के लिए फायदेमंद माना गया है। लहसुन खाने से महिलाओं में एस्ट्रोजन हॉर्मोन में इजाफा होता है, जो हड्डियों की मजबूती में महत्वपूर्ण पाया गया है।

डिटॉक्स करने वाला फूड

लेड जैसे मेटल शारीरिक अंगों के लिए खतरनाक होते हैं। यह शरीर में जहर बना देते हैं, जिसे टॉक्सिन्नस कहा जाता है। लेकिन कच्चे लहसुन में मौजूद सल्फर कंपाउंड इन मेटल से होने वाले डैमेज को खत्म करता है और शरीर को डिटॉक्स करता है।

जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द

अगर आपको बार-बार जोड़ों में दर्द या मसल्स में दर्द होता है, तो यह शरीर में बढ़ रही इंफ्लामेशन का लक्षण होता है। लेकिन कच्चे लहसुन में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को खत्म करके दर्द से राहत देते हैं। वहीं, जाड़े में ठंड को दूर रखने के लिए भी लहसुन फायदेमंद होता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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https://www.myallinone.in/eating-raw-garlic-in-winter-cures-11-diseases-at-once-treatment-is-done-even-before-symptoms-appear17-Nov-2022 6:38:08 pm
सर्दी-जुकाम से छुटकारा दिलाने में अजवाइन का काढ़ा है बेहद असरदार, इम्युनिटी भी होगी स्ट्रांगhttps://www.myallinone.in/celery-decoction-is-very-effective-in-getting-rid-of-cold-and-flu-immunity-will-also-be-strongइम्यूनिटी को बनाए स्ट्रांग
अजवाइन एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर है। ये फ्री रेडियल एक्टिविटी को रोकता है, जो व्यक्ति को मौसमी संक्रमण से बचाने में मदद करती हैं। साथ ही इसके ज्यादातर औषधीय गुण एक्टिव यौगिक थाइमोल से मिलते हैं जो इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाने में मदद करते हैं।

काढ़ा बनाने के लिए सामग्री
2 चम्मच अजवाइन

कुछ तुलसी के पत्ते
1 छोटा चम्मच काली मिर्च
1 चम्मच शहद
2 लहसुन की कलियाँ

कैसे बनाएं काढ़ा?
काढ़ा बनाने के लिए एक पैन में अजवाइन, तुलसी के पत्ते, काली मिर्च, और लहसुन को कूटकर एक कप पानी डालें और इसे कुछ समय तक पकाएं। जब यह पक जाए तब इसमें शहद डाल कर पीएं। काढ़ा बनाते समय उसमें शहद न डालें। अधिक गर्मी शहद के औषधीय गुणों को खत्म कर देती है। जल्दी राहत पाने के लिए इस काढ़ा को दिन में दो बार पिएं।

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https://www.myallinone.in/celery-decoction-is-very-effective-in-getting-rid-of-cold-and-flu-immunity-will-also-be-strong16-Nov-2022 6:41:09 pm
बकरी का दूध, फायदे जानकर आप हो जाएंगे हैरानhttps://www.myallinone.in/you-will-be-surprised-to-know-the-benefits-of-goats-milkहृदय रोगियों के लिए बहुत उपयोगी

दरअसल, बकरी के दूध में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है। मैग्नीशियम हार्ट की धड़कन को बनाए रखने के लिए जरूरी है। इसलिए बकरी का दूध हार्ट पेशेंट का सेवन कर करते हैं।

बाल झड़ने से राहत
बकरी के दूध में विटामिन ए और विटामिन बी की उपस्थिति होती है। ये दोनों विटामिन बाल के हेल्थ के लिए अतिआवश्यक है। अतः बाल झड़ने की समस्या को कम करने में बकरी का दूध बहुत उपयोगी होता है।

हड्डियां मजबूती होती हैं
कैल्शियम और फॉस्फोरस की मौजूदगी के कारण बकरी के दूध का सेवन करने से हड्डी मजबूत और स्वस्थ होती है। हड्डी के जॉइंट के दर्द भी दूर होते हैं।

स्वस्थ त्वचा के लिए लाभदायक
बकरी के दूध में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं इससे त्वचा के फ्री रेडिकल्स खत्म होते हैं। त्वचा संबंधी अन्य परेशानियां भी कम होती हैं।

आंतों के सूजन को दूर करता है
बकरी के दूध आंत की बीमारी में काफी लाभप्रद होते हैं। बच्चों और बुजुर्गों में आंत से संबंधित शिकायत खूब होती है। बकरी का दूध इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए इस्तेमाल होते हैं।

ब्लड प्रेशर को कम करता है
बकरी के दूध में पोटेशियम का स्तर ज्यादा होता है, इससे ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायता मिलती है। इस दूध से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।

स्वस्थ मस्तिष्क के जरूरी
बकरी के दूध में लिनोलिक एसिड पाया जाता है। यह मस्तिष्क के विकास को बढ़ावा देता है। लिनोलिक एसिड के कारण इंसान चिंता से मुक्त रहता है। इसलिए बकरी का दूध मस्तिष्क के लिए भी उपयोगी होता है।

(Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारियों के आधार पर लिखी गई है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।)

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https://www.myallinone.in/you-will-be-surprised-to-know-the-benefits-of-goats-milk15-Nov-2022 7:35:17 pm
नारी के आकर्षण को बढ़ाने का काम करते हैं होंठ, इन तरीकों से दें इन्हें निखारhttps://www.myallinone.in/lips-work-to-increase-the-attractiveness-of-women-give-them-shine-in-these-waysहोंठ नारी के आकर्षण को बढ़ाने का काम करते हैं। लेकिन अक्सर देखा जाता हैं कि होंठो की नमी छिन जाने या ब्यूटी प्रॉडक्ट्स के इस्तेमाल से होंठ काले हो जाते हैं और इनकी खूबसूरती कम हो जाती है। गुलाबी होंठों की चाहत भला किस महिला को नहीं होती। वहीँ, अगर गुलाबी होंठ हो तो चेहरे की खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है। यही वजह है कि हर कोई गुलाबी होंठ पाने की चाह रखता है। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू उपाय लेकर आए हैं जिनकी मदद से होंठों को निखार देने में मदद मिलेगी। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे मेंचुकंदर सबसे पहले चुकंदर को अच्छी तरह से धो लें फिर इसका छिल्का उतारकर घियाकस से कस लें या कद्दूकस कर लें। इसके बाद कद्दूकस किया हुआ चुकंदर सुखा लें। सूखे चुकंदर को पीस कर पाउडर बनाएं। दो चम्मच चुकंदर के पाउडर को दो चम्मच बादाम के तेल में मिलाकर टिंट बना लें। इसे किसी साफ जार या किसी छोटी शीशी में भरकर फ्रीज में रख लें। दिन में 2 से 3 बार व रात में होठों को साफ करके उंगली से लगाकर सो जाएं।नींबूनींबू का इस्तेमाल अक्सर काले घेरों को दूर करने के लिए किया जाता है। आप इसका इस्तेमाल होंठों के कालेपन को दूर करने के लिए भी कर सकती हैं। नींबू के ब्लीचिंग गुण होंठों के गहरी हो रही रंगत को कम करने में बहुत कारगर होते हैं। अच्छा रहेगा, अगर आप नींबू की कुछ बूंदों को अपने होंठों पर लगाकर सो जाएं। एक-दो महीने तक यह ऐसा करते रहने से होंठों का कालापन दूर हो जाएगा।गुलाब जल गुलाबी होंठ पाने के लिए गुलाब से अच्छा उपाय भला और क्या हो सकता है। रोज़ वॉटर तो आपके घर में होगा ही, तो रोज़ वॉटर में थोड़ा-सा शहद मिलाएं और रोज़ाना इससे अपने होठों पर मलें। धीरे-धीरे आपके होंठ गुलाबी होने लगेंगे। इसके अलावा गुलाब के फूल की पत्तियों को थोड़े-से दूध में भिगो दें। इसमें थोड़ा-सा शहद मिलाएं। अब इस पेस्ट को रोज़ाना सोने के पहले होठों पर लगाएं। कुछ दिनों में आप पाएंगी क़ुदरती ख़ूबसूरत होंठ।दूध और केसरकच्चे दूध में केसर को पीसकर मिला लें, फिर उसे अपने होठों पर मलें। रोजाना इस प्रक्रिया को दोहराने से होठों का कालापन दूर तो होगा ही इसके साथ ही आपके होंठ पहले से कही ज्यादा खूबसूरत और आकर्षक भी हो जाएंगे।हल्दी पाउडर और बेसनहल्दी पाउडर और बेसन को समान मात्रा में दूध के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं, तथा इसे चेहरे और गर्दन पर लगाएं। सूख जाने के बाद गुनगुने पानी से धो लें। इससे चेहरे की चमक बनी रहती है। हल्दी त्वचा पर निशान या दाग को मिटाने में अच्छा कार्य करती है। यह एक बेहतर एंटीसेप्टिक है। त्वचा में चमक लाती है, तथा त्वचा संक्रमण समेत कई तरह के त्वचा रोगों के लिए रामबाण है।अनारहोंठों की देखभाल के लिए अनार से बढ़कर कुछ भी नहीं। ये होंठों को पोषित करने के साथ ही मॉइश्चराइज करने का काम भी करता है। होंठों की नमी लौटाने के साथ ही अनार उन्हें नेचुरली गुलाबी भी करता है। अनार के कुछ दानों को पीस कर उसमें थोड़ा सा दूध और गुलाब जल मिला लें। इस पेस्ट को होंठों पर हल्के हाथ से मलने पर जल्दी फायदा होता है।चीनी और मक्खनचीनी एक एक्सफोलिएट के रूप में काम करता है। यह होठों पर मृत त्वचा हुई कोशिकाओं से छुटकारा पाने में मदद करता है। मक्खन रंग बढ़ाने और अपने होठों पर चमक बढ़ाने के लिए मदद करता है। मक्खन के दो चम्मच के साथ चीनी पाउडर के तीन चम्मच के साथ एक मिश्रण बनाए अपने होठों पर लगाएं।जैतून का तेलजैतून का तेल भी आपके गहरे होंठों को हल्का बनाने में कारगर साबित हो सकता है। जैतून के तेल की कुछ बूंदों को उंगलियों पर लगाकर, प्रभावित जगह पर हल्की मसाज करें। ऐसा करने से होंठ मुलायम भी बनते हैं।

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https://www.myallinone.in/lips-work-to-increase-the-attractiveness-of-women-give-them-shine-in-these-ways10-Nov-2022 12:31:08 pm
क्या असर पड़ता है आपके शरीर पर जब आप फ्रोजन पिज्जा, रेडी-टू-ईट जैसे भोजन खाते हैं? नए शोध में हुआ खुलासाhttps://www.myallinone.in/what-is-the-effect-on-your-body-when-you-eat-food-like-frozen-pizza-ready-to-eat-new-research-revealedऐसे रेडी-टू-ईट-या-हीट औद्योगिक फॉर्मूलेशन, जो खाद्य पदार्थो से निकाले गए अवयवों से बने होते हैं या प्रयोगशालाओं में संश्लेषित होते हैं, धीरे-धीरे कई देशों में पारंपरिक खाद्य पदार्थो और ताजा व न्यूनतम संसाधित सामग्री से बने भोजन की जगह ले रहे हैं। साओ पाउलो विश्वविद्यालय के प्रमुख अन्वेषक, एडुआडरे ए.एफ. निल्सन ने कहा, “पिछले मॉडलिंग अध्ययनों ने सोडियम, चीनी और ट्रांस वसा, और विशिष्ट खाद्य पदार्थ या पेय, जैसे चीनी मीठे पेय पदार्थो के स्वास्थ्य और आर्थिक बोझ का अनुमान लगाया है।’

उन्होंने कहा, “हमारी जानकारी में आज तक किसी भी शोध में समय से पहले होने वाली मौतों के कारण के तौर पर अल्ट्राप्रोसेस्ड खाद्य पदार्थो के प्रभाव का अनुमान नहीं लगाया है। इन खाद्य पदार्थो की खपत के कारण होने वाली मौतों के बारे में जानना जरूरी है। आहार पैटर्न में परिवर्तन बीमारी और समयपूर्व मौतों को रोक सकते हैं।”

अतिप्रसंस्कृत खाद्य पदार्थो के उदाहरण हैं- पैक सूप, सॉस, फ्रोजन पिज्जा, पहले से तैयार भोजन, हॉट डॉग, सॉसेज, सोडा, आइसक्रीम और स्टोर से खरीदे गए कुकीज, केक, कैंडी और डोनट्स। शोध की अवधि के दौरान सभी आयु समूहों और लिंग वर्गो में अल्ट्राप्रोसेस्ड खाद्य पदार्थो की खपत ब्राजील में कुल भोजन सेवन का 13 प्रतिशत से 21 प्रतिशत तक थी। 2019 में 30 से 69 वर्ष की आयु के कुल 5,41,260 वयस्कों की समय से पहले मौत हो गई, जिनमें से 2,61,061 रोके जाने योग्य, गैर-संचारी रोगों से थे।

शोध में पाया गया कि उस वर्ष लगभग 57,000 मौतों को अल्ट्राप्रोसेस्ड खाद्य पदार्थो की खपत के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जो सभी समय से पहले होने वाली मौतों का 10.5 प्रतिशत और 30 से 69 वर्ष की आयु के वयस्कों में रोकथाम योग्य गैर-संचारी रोगों से होने वाली सभी मौतों का 21.8 प्रतिशत है।शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया कि अमेरिका, कनाडा, यूके और ऑस्ट्रेलिया जैसे उच्च आय वाले देशों में, जहां अल्ट्राप्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ कुल कैलोरी सेवन के आधे से अधिक खाते हैं, अनुमानित प्रभाव और भी अधिक होगा।

अतिप्रसंस्कृत खाद्य पदार्थो की खपत को कम करने और स्वस्थ भोजन विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए कई हस्तक्षेपों और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की जरूरत हो सकती है। निल्सन ने कहा, ‘अल्ट्राप्रोसेस्ड खाद्य पदार्थो का सेवन मोटापे, हृदय रोग, मधुमेह, कुछ कैंसर और अन्य बीमारियों, जैसे कई रोग परिणामों से जुड़ा है, और यह ब्राजील के वयस्कों में रोकथाम योग्य और समय से पहले होने वाली मौतों का एक महत्वपूर्ण कारण दर्शाता है।’

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https://www.myallinone.in/what-is-the-effect-on-your-body-when-you-eat-food-like-frozen-pizza-ready-to-eat-new-research-revealed09-Nov-2022 2:11:50 pm
हरी मिर्च को देखकर न सिकोड़ें नाक-मुंह, इस तीखी चीज के फायदे जानकर हो जाएंगे हैरानhttps://www.myallinone.in/green-chilli-health-benefits-hari-mirch-k-fayde-skin-problem-immunity-boost-iron-rich-foodGreen Chilli Health Benefits: हरी मिर्च का इस्तेमाल हम अक्सर कई रेसेपीज में करते हैं ताकि इनमें तीखापन लाया जा सके, लेकिन कुछ लोग इसे कच्चा भी खाया जा सकता है. लेकिन कुछ लोग को मिर्ची का स्वाद लगते ही गले में हिचकी आने लगती है या मुंह जलने लगता है. लेकिन आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि इतनी तीखी चीज भी हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है. आइए नजर डालते हैं ग्रीन चिली के फायदों पर

हरी मिर्च खाने के फायदे
 

त्वचा होगी खूबसूरत
हरी मिर्ची को विटामिन सी का रिच सोर्स माना जाता है, इसके अलावा इसमें बीटा-कैरोटीन भी मौजूद होता है, दोनों ही न्यूट्रिएंट्स हमारे स्किल के लिए फायदेमंद है. इसे त्वचा की चमक, कसावट और बेहतर टेक्सचर बनाए रखने में मदद मिलती है.

आयरन से भरपूर
हरी मिर्च में आयरन की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है जो हमारी बॉडी के अंदर ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation) को बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी है. इसके कारण हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है साथ ही बॉडी एक्टिव भी रहती है और आपको किसी तरह की थकान का सामना नहीं करना पड़ता. आयरन हमारी त्वचा के लिए भी फायदेमंद है और साथ ही ये ब्रेक को भी एक्टिव रखता है जिससे तेजी से फैसले लेने में आसानी होती है.

बॉडी टेम्प्रेचर होगा कंट्रोल
हरी मिर्च में कैप्सेसिन (Capsaicin) नाम का कंपाउंड पाया जाता है. जो ब्रेन (Brain) में मौजूद हाइपोथेलेमस (Hypothalamus) के कूलिंग सेंटर को ऐक्टिव बनाए रखने में मददगार होता है. इससे शरीर का तापमान नियंत्रित रहा है, भारत जैसे गर्म देश के लोगों के लिए हरी मिर्ची चबाना फायदेमंद साबित हो सकता है.

इम्यूनिटी होगी बूस्ट
चूंकि हरी मिर्च में विटामिन सी पाया जाता है इसलिए ये हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है और संक्रमण से हमारी रक्षा करता है. जिन लोगों को इंफेक्शन के कारण सर्दी-खांसी और जुकाम का सामना करना पड़ रहा है, उनके लिए हरी मिर्च किसी रामबाण से कम नहीं है क्योंकि ये बलगम को पतला कर देता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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https://www.myallinone.in/green-chilli-health-benefits-hari-mirch-k-fayde-skin-problem-immunity-boost-iron-rich-food05-Nov-2022 4:53:44 pm
ठंड में बीमार पड़ने से बचने के लिए जरूर खाएं ये पांच सब्जियांhttps://www.myallinone.in/eat-these-five-vegetables-to-avoid-falling-ill-in-coldचौलाई का साग
जिन लोगों में खून की कमी है या एनीमिया की प्रॉब्लम है, उन्हें चौलाई का साग जरूर खाना चाहिए। चौलाई के साग में विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।

बथुआ
बथुआ भी काफी पौष्टिक होता है। सल में इसमें 8 प्रकार के विटामिन्स A, B1 और विटामिन C पाए जाते हैं.इसके अलावा इसमें कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।

पालक
पालक भी ठंड के दिनों का सबसे अच्छा साथी है। पालक में विटामिन बी, सी और ई पाया जाता है। इसके अलावा इसमें पोटैशि‍यम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और ओमेगा 3 फैटी एसिड जैसे पौष्टिक तत्व भी पाए जाते हैं।

गाजर
सर्दियों के दिनों में गाजर का हलवा सबसे पॉप्युलर डिश है। आप गाजर के हलवे के अलावा मिक्स वेज बनाने में भी गाजर का इस्तेमाल कर सकते हैं। गाजर में विटामिन A, पोटेशियम, फाइबर, कैल्शियम और आयरन जैसे कई पोषक तत्व पाए जा सकते हैं।

चुकंदर
चुकंदर को फल और सब्जी दोनों माना जा सकता है। चुकंदर भी कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। वेट लॉस के लिए यह काफी फायदेमंद है। इसमें सोडियम, पोटेशियम, फाइबर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।

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https://www.myallinone.in/eat-these-five-vegetables-to-avoid-falling-ill-in-cold04-Nov-2022 8:40:07 pm
लहसुन-धनिया की ये चटनी मजबूत करती है इम्यूनिटी, सीखें बनाने का आसान तरीकाhttps://www.myallinone.in/this-garlic-coriander-chutney-strengthens-immunity-learn-easy-way-to-makeसामग्री

हरा धनिया
लहसुन- 4 से 5 क्लोव
हरी मिर्च
जीरा
नमक (सफेद, काला)
नींबू या टमाटर
बूंदी या भुजिया (ऑप्शनल)

विधि

धनिया और मिर्च धोकर काट लें। अब लहसुन को छीलकर धो लें। अगर टमाटर डाल रहे हैं तो इसे भी काट लें। अब जार में धनिया, मिर्च, लहसुन को जार में डाल लें। इसमें सफेद, काला नमक डालें। इसमें टमाटर डाल लें। थोड़ी सी बूंदी या दो चम्मच बेसन भुजिया डाल लें। इसमें जीरा डालें। अगर आप टमाटर नहीं डाल रहे तो पीसने के बाद थोड़ा सा नींबू डालें। फिर ग्राइंड करें। अगर आपको जरूरत लगे तो थोड़ा सा पानी डाल सकते हैं। आप चाहें तो टेस्ट को बैलेंस करने के लिए आधी चम्मच चीनी भी मिला सकते हैं।

फायदे

इस चटनी में लहसुन, धनिया, टमाटर, नींबू, काला नमक और जीरा पड़ा है। ये सारी चीजें आपकी हेल्थ के लिए अच्छी हैं। लहसुन इम्यून सिस्टम मजबूत करता है। लहसुन में पाए जाने वाले कंपाउंड्स ब्लड प्रेशर कम करते हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को घटाकर दिल की बीमारी के खतरे को भी कम करता है। लहसुन और धनिया आपके शरीर को डिटॉक्सीफाई भी करते हैं।

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https://www.myallinone.in/this-garlic-coriander-chutney-strengthens-immunity-learn-easy-way-to-make01-Nov-2022 12:40:42 pm
रोजाना के खाने में मिलाएं नारियल तेल, सेहत को मिलेंगे गजब के फायदेhttps://www.myallinone.in/mix-coconut-oil-in-daily-food-health-will-get-amazing-benefitsनारियल तेल खाने के फायदे

1) हीलिंग के लिए फायदेमंद- दूसरे सैट्यूरेटिड फैट्स के विपरीत, नारियल का तेल एक हेल्दी संतृप्त फैट है जो शरीर में हीलिंग को स्पोर्ट करता है। नारियल के तेल में 80% से ज्यादा संतृप्त वसा होता है।

2) फैट बर्निंग को बढ़ावा- इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह अविश्वसनीय रूप से फायदेमंद हो सकता है क्योंकि शरीर में सूजन को कम करने से थायराइड / मेटाबॉलिज्म को स्लो करने में मददगार हो सकता है। यह अपने एंटीमाइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण वजन कम करने में मदद कर सकता है।

3) ब्लड शुगर में सुधार करता है- नारियल का तेल ग्लूकोज सहिष्णुता में सुधार करने में मदद करते हैं। इसका कारण यह है कि एमसीटी बिना पित्त ब्रेक के पाचन तंत्र से सीधे लिवर में जाते हैं। ऐसे में ये दूसरी तरह के फैट की तरह शरीर में जमा होने के बजाय एनर्जी के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।

4) संक्रमण से लड़ने में मदद- नारियल के तेल में लॉरिक एसिड होता है और शरीर लॉरिक एसिड को मोनोलॉरिन में बदल देता है, जिसमें एक एंटीमाइक्रोबियल गुण होता है और यह बैक्टीरिया से लड़ने में बहुत अच्छा होता है।

5) कोलेस्ट्रॉल होता है कम- नारियल के तेल को रोजाना खाने से प्रेग्नेनोलोन और प्रोजेस्टेरोन में इसके रूपांतरण को बढ़ावा देकर कोलेस्ट्रॉल को सामान्य स्तर पर लाया जा सकता है।

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https://www.myallinone.in/mix-coconut-oil-in-daily-food-health-will-get-amazing-benefits31-Oct-2022 11:47:54 am