Aaj ka Suvichar
इसलिए श्रम को सकारात्मक बनाएं विनाशक नहीं।
श्रम एक अपराधी भी करता है,
लेकिन उसका लक्ष्य सिर्फ किसी को नुकसान पहुंचाना या फिर उसकी जान लेना ही होता है।”
Lagatar Shram Karana Hi Apaki Saphalata Ka Sathi Hai,
Isalie Shram Ko Sakaratmak Banaen Vinashak Nahin.
Shram Ek Aparadhi Bhi Karata Hai,
Lekin Usaka Lakshy Sirph Kisi Ko Nukasan Pahunchana Ya Phir Usaki Jan Lena Hi Hota Hai
सही तरीके के साथ काम करके असफल होना।“
– महात्मा गांधी सुविचार
और इसी से आपके ज़िन्दगी का महत्त्व निर्माण होता है।”
और ना ही भूतकाल में है,
जीवन तो सिर्फ वर्तमान में ही है।
परंतु कर्म के बिना सुख नहीं मिलता।
जिस तरह से वे है बल्कि हम चीजो को
उस तरह से देखते है जिस तरह के हम है।
इसलिए श्रम को सकारात्मक बनाएं विनाशक नहीं।
श्रम एक अपराधी भी करता है,
लेकिन उसका लक्ष्य सिर्फ किसी को नुकसान पहुंचाना या फिर उसकी जान लेना ही होता है।”
अपने तरीकों को बदलों अपने इरादों को कभी नहीं।।”
वह जो चाहे वो पा सकता है…”