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फ्रांस की राजधानी पेरिस में हाईवे पर हाई वोल्टेज केबल से टकराकर क्रैश हुआ विमान, तीन की मौत, जांच जारी
Paris Jet Crash: फ्रांस में हाईवे पर प्राइवेट जेट बिजली की केबल से टकराकर क्रैश हो गया, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई। एविएशन मिनिस्ट्री ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
Paris Jet Crash:फ्रांस की राजधानी पेरिस में रविवार को एक प्राइवेट जेट बिजली की तार से टकरा गया, जिसमें सवार तीन लोगों की मौत हो गई। ब्रिटेन की मीडिया हाउस मेट्रो के अनुसार, घटना शाम 4 बजे हुई। मरने वालों में एक महिला भी शामिल है। यह हादसा नेशनल हाईवे A4 पर हुआ, जहां जेट ने क्रैश से आधे घंटे पहले ही उड़ान भरी थी। प्लेन सेसना 172 मॉडल का है।
हादसे के बाद जेट में आग लग गई
पुलिस के मुताबिक, जेट का ऊपरी हिस्सा एक हाई वोल्टेज इलेक्ट्रिक पावर केबल से टकरा गया, जिसके बाद जेट में आग लग गई। हादसे के बाद हाईवे पर कुछ देर के लिए ट्रैफिक रोक दिया गया। इसके रेस्क्यू टीम ने बचाव अभियान चलाया। बताया जा रहा है कि प्लेन उड़ा रहे पायलट को पिछले साल ही लाइसेंस मिला था। पायलट को महज 100 घंटे का जेट उड़ाने का अनुभव था। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने नाराजगी जाहिर की।
एविएशन मिनिस्ट्री ने शुरू की जांच
एविएशन मिनिस्ट्री ने मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस साल अब तक दो प्राइवेट जेट A4 नेशनल हाईवे पर हादसे का शिकार हो चुके हैं। इससे पहले भी स्थानीय अधिकारियों ने इस हाईवे से उड़ान भरने पर सवाल उठाए थे। छुट्टी का दिन होने के कारण हाईवे पर ज्यादा गाड़ियां थीं। हालांकि, गनीमत रही कि जेट सड़क पर चल रही किसी गाड़ी से नहीं टकराया।
फ्रांस का सबसे बड़ा प्लेन क्रैश 1962 में हुआ था
फ्रांस का सबसे बड़ा विमान हादसा 1962 में हुआ था। एयर फ्रांस का बोइंग 707 विमान पेरिस के ओर्ली एयरपोर्ट पर उड़ान भरने के समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 130 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में कोई भी व्यक्ति घायल नहीं हुआ था।
2015 में भी फ्रांस में क्रैश हुआ था प्लेन
24 मार्च, 2015 को जर्मनविंग्स एयरबस A320 विमान फ्रांसीसी आल्प्स की खाड़ी में क्रैश हो गया था। इस हादसे में प्लेन में सवार सभी 150 लोगों की मौत हो गई थी। यह हादसा स्पेन के बार्सिलोन से जर्मनी के डसेलडोर्फ के बीच उड़ान भरने के दौरान हुआ था। विमान के को-पायलट, एंड्रियास लुबित्ज, ने जानबूझकर पायलट को कॉकपिट से बाहर कर दिया और फिर विमान को पहाड़ की ढलान पर गिरा दिया। जांच में पाया गया था कि विमान का पायलट डिप्रेशन का शिकार था।