Hindi Shayari
तेरे खà¥à¤¯à¤¾à¤² से खà¥à¤¦ को छà¥à¤ªà¤¾ के देखा है
तेरे खà¥à¤¯à¤¾à¤² से खà¥à¤¦ को छà¥à¤ªà¤¾ के देखा है,
दिल-ओ-नजर को रà¥à¤²à¤¾-रà¥à¤²à¤¾ के देखा है,
तू नहीं तो कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं है तेरी कसम,
ने कà¥à¤› पल तà¥à¤à¥‡ à¤à¥à¤²à¤¾ के देखा है।
लगे ना नज़र इस रिशà¥à¤¤à¥‡ को ज़माने की
पड़े ना ज़रूरत कà¤à¥€ à¤à¤• दूजे को मानने की,
आप ना छोड़ना मेरा साथ वरना,
तमनà¥à¤¨à¤¾ ना रहेगी फिर दोसà¥à¤¤ बनाने की!
याद à¤à¤¸à¤¾ करो की कोई हद न हो
à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ इतना करना की शक न हो और
इंतेज़ार इतना करो की कोई वक़à¥à¤¤ न हो,
दोसà¥à¤¤à¥€ à¤à¤¸à¥€ करो की कà¤à¥€ नफरत न हो! ?
समà¥à¤‚दर ना हो तो कशà¥à¤¤à¥€â€‹ किस काम कीं
​मजाक​ ना हो तो मसà¥à¤¤à¥€â€‹ किस काम की,
दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚​ के लिठतो कà¥à¤°à¥à¤¬à¤¾à¤¨ है ये ज़िंदगी,
अगर ​दोसà¥à¤¤â€‹ ही ना हो तो फिर ये जिंदगी​ किस काम कीं। ?
हर खà¥à¤¶à¥€ दिल के करीब नहीं होती
ग़मों से जिनà¥à¤¦à¤—ी दूर नहीं होती,
ठमेरे दोसà¥à¤¤ “दोसà¥à¤¤à¥€â€ संजो कर रखना,
हर किसी को दोसà¥à¤¤à¥€ नसीब नहीं होती।
हम दोसà¥à¤¤ बनाकर किसी को रà¥à¤²à¤¾à¤¤à¥‡ नही
दिल में बसाकर किसी को à¤à¥à¤²à¤¾à¤¤à¥‡ नही
हम तो दोसà¥à¤¤ के लिठजान à¤à¥€ दे सकते हैं
पर लोग सोचते हैं की हम दोसà¥à¤¤à¥€ निà¤à¤¾à¤¤à¥‡ नहीं।
रिशà¥à¤¤à¥‹à¤‚ की किताब का कवर है दोसà¥à¤¤à¥€
दोसà¥à¤¤à¥€ से बनी है हमारी हसà¥à¤¤à¥€,
खून के रिशà¥à¤¤à¥‹à¤‚ की बात आप करते हैं,
हमारे लिठतो ज़िनà¥à¤¦à¤—ी है आप की दोसà¥à¤¤à¥€à¥¤
दोसà¥à¤¤à¥€ कोई खोज नहीं होती
दोसà¥à¤¤à¥€ किसी से हर रोज़ नहीं होती,
अपनी जिंदगी में हमारी मौजूदगी को बेवजह मत समà¤à¤¨à¤¾,
कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पलकें आà¤à¤–ों पर कà¤à¥€ बोठनहीं होती।
à¤à¤• पहचान हज़ारो “दोसà¥à¤¤â€ बना देती हैं
à¤à¤• मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ हज़ारो गम à¤à¥à¤²à¤¾ देती हैं,
ज़िंदगी के सफ़र मे संà¤à¤¾à¤² कर चलना,
à¤à¤• ग़लती हज़ारो सपने जला कर राख देती है।
फà¥à¤²?? हो तà¥à¤® मà¥à¤°à¤à¤¾à¤¨à¤¾ नहीं
फà¥à¤²?? हो तà¥à¤® मà¥à¤°à¤à¤¾à¤¨à¤¾ नहीं,
अपने इस दोसà¥à¤¤?? को कà¤à¥€ à¤à¥à¤²à¤¾à¤¨à¤¾ नहीं,
जब तक हम जिनà¥à¤¦à¤¾ है,
ठदोसà¥à¤¤ कà¤à¥€ किसी से घबराना? नहीं।
दोसà¥à¤¤à¥€ का रिशà¥à¤¤à¤¾ दो अंजानो को जोड देता है,
हर कदम पर जिनà¥à¤¦à¤—ी को नया मोड देता है,
सचà¥à¤šà¤¾ दोसà¥à¤¤ साथ देता है,
तब जब अपना साया à¤à¥€ साथ छोड देता है।
#फरà¥à¤• तो अपने-अपने #सोच में है….
वरना #दोसà¥à¤¤à¥€ à¤à¥€ मोहबà¥à¤¬à¤¤ से कम नही होती। ?
हर दूरी मिटानी पड़ती है
हर बात बतानी पड़ती है
लगता है दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के पास वक़à¥à¤¤ ही नहीं है
आज कल.. खà¥à¤¦ अपनी याद दिलानी पड़ती है.
ठदोसà¥à¤¤ ज़िंदगी à¤à¤° मà¥à¤à¤¸à¥‡ दोसà¥à¤¤à¥€ निà¤à¤¾à¤¨à¤¾
दिल की कोई à¤à¥€ बात हमसे कà¤à¥€ ना छà¥à¤ªà¤¾à¤¨à¤¾,
साथ चलना मेरे तà¥à¤® दà¥à¤ƒà¤– सà¥à¤– में,
à¤à¤Ÿà¤• जाऊ में जो कà¤à¥€ सही रासà¥à¤¤à¤¾ दिखलाना.
दोसà¥à¤¤à¥€ की वजह नहीं होती
दोसà¥à¤¤à¥€ सजा नहीं होती,
दोसà¥à¤¤à¥€ में होती है ईमानदारी,
दोसà¥à¤¤à¥€ में दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¦à¤¾à¤°à¥€ नहीं होती,
दोसà¥à¤¤ जान से पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾ होता है,
दोसà¥à¤¤ से जान पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€ नहीं होती...
दोसà¥à¤¤ की दोसà¥à¤¤à¥€ से ज़िनà¥à¤¦à¤—ी सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¥€ होती है
साथ उसके टूटि हर आस पूरी होती है,
मिले दोसà¥à¤¤ à¤à¤¸à¤¾ समठजाये दिल की बात,
फिर कहा कोई à¤à¥€ बात ज़रूरी होती है.
दूरियों से फरà¥à¤• नहीं पड़ता
बात तो दिलों कि नज़दीकियों से होती है,
दोसà¥à¤¤à¥€ आप जैसे कà¥à¤› ख़ास लोगों से होती है,
वरना मà¥à¤²à¤¾à¥˜à¤¾à¤¤ तो न जाने रोज़ कितने लोगों से होती है.
बहारों फूल बरसाओ मेरा दोसà¥à¤¤ आया है
होठों पे मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ गली में महक लाया है,
बरसो तक थी जिसे पानी से à¤à¤²à¤°à¥à¤œà¥€.
वो आज लकà¥à¤¸ से नहाया है!
अपनी ज़िंदगी से मà¥à¤à¥‡ हटाने चले हो
à¤à¤• सताये हà¥à¤ को सताने चले हो,
कितने नादान हो तà¥à¤® मेरे दोसà¥à¤¤,
जो अपने हाथों की लकीरें मिटाने चले हो.
हमारे पास आपकी “दोसà¥à¤¤à¥€â€ का नजराना है
लेकिन दिल तो आपकी दोसà¥à¤¤à¥€ का दीवाना है,
नठदोसà¥à¤¤ मिले तो à¤à¥à¤²à¤¾ न देना हमें,
कà¥à¤¯à¥‚ंकि यह दोसà¥à¤¤ आपका पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ है.
मà¥à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤¨ आपकी यादो से मिलती है
दिल को राहत आपकी बातों से मिलती है,
बंद मत करना ये दोसà¥à¤¤à¥€ का सिलसिला,
दिल की धड़कन आपकी दोसà¥à¤¤à¥€ से चलती है.
देखा है हमें à¤à¥€ आजमा कर
दे जाते है धोखा लोग करीब आकर,
कहती है दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ मगर दिल नहीं मानता,
कà¥à¤¯à¤¾ आप à¤à¥€ à¤à¥‚ल जाओगे हमे अपना दोसà¥à¤¤ बनाकर!!
दोसà¥à¤¤à¥€ की महफ़िल सजे ज़माना हो गया
लगता है खà¥à¤² के जिठज़माना हो गया,
काश कहीं मिल जाये वह काफिला दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ का,
अपनों से बिछड़े ज़माना हो गया..
जान की बाज़ी लगा दी जà¥à¤µà¤¾à¤°à¥€ बनकर
दिल हतेली पर ले आये पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ बनकर,
जिस वक़à¥à¤¤ दà¥à¤† क दरवाज़े खà¥à¤²à¥‡à¤‚गे…
ठदोसà¥à¤¤ मांग लेंगे तà¥à¤à¥‡ खà¥à¤¦à¤¾ से à¤à¤¿à¤–ारी बनकर.
Itna khubsurat kaise muskura lete ho
Itna qatil kaise sharma lete ho,
Kitni aasani se jaan le lete ho,
Kisi ne sikhaya hai.. ya bachpan se hi kamine ho?
Cham Cham kar ke aayi
Cham Cham kar ke chali gayi,
Main Sindoor leke khada raha,
Aur woh rakhi ban ke chali gayi.
Ajib hai nakhre tere
Ajib hai tera style.
Naak pochhne ki tameez nahin aur haath mein hai mobile!
Kasam Se Har Ek Ladki (girl) Bhula Dunga
Sab hi Ki Tasverain Jala DunGa,
Ek Tum hi Raho Ge Iss Dil Me !
Balance Dalwa Do Bhout Dua Dunga.
Chali jati hain wo beauty parlour mein yun
Unka maksad hain misaal-e-hoor ho jana..
Ab kon samjhaye en ladkiyo (girls) ko
Mumkin nahi kishmish ka fir se angur ho jana.
जà¤à¥€ मिलती है inbox पे कà¥à¤› कहने से डरती है वो
कब आउंगा में online इस इंतज़ार में रहती है वो..
बड़ी ही सरीफ है बात बात पे शरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¥€ है वो…
गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ न हो जाऊं कहीं हर बात पे sorry बोलती है वो…
मेरे लिठआज à¤à¥€ थोड़ा सा वकà¥à¤¤ खरà¥à¤š करती है वो …
google पर आकर आज à¤à¥€ मà¥à¤à¥‡ सरà¥à¤š करती है वो..
कमजोर दिल वाले ईसे ना पढें…. खतरनाक शायरी
खिडकी से देखा तो रसà¥à¤¤à¥‡ पे कोई नही था
खिडकी से देखा तो रसà¥à¤¤à¥‡ पे कोई नही था
वाह वाह
फिर रसà¥à¤¤à¥‡ पे जाके देखा तो खिडकी मै कोई नही था |
Bindas muskurao kya gam hai
Zindgi me tension kisko kam hai,
Yaad karne wale to bahut hai aapko,
Dil se ‘TANG’ karne wale to sirf HUM hai.
उमà¥à¤° की राह में जजà¥à¤¬à¤¾à¤¤ बदल जाते है
वक़à¥à¤¤ की आंधी में हालात बदल जाते है
सोचता हूं काम कर-कर के रिकॉरà¥à¤¡ तोड़ दूं।
कमबखà¥à¤¤ सैलेरी देख के खà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¾à¤¤ बदल जाते हैं
ना वकà¥à¤¤ इतना हैं कि सिलेबस पूरा किया जाà¤
ना तरकीब कोई की à¤à¤—à¥à¤œà¤¾à¤® पास किया जाà¤;
ना जाने कौन सा दरà¥à¤¦ दिया है इस पढ़ाई ने;
ना रोया जाय और ना सोया जाà¤à¥¤
बेà¤à¤¿à¤à¤• मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‡ जो à¤à¥€ गम है
जिंदगी में टेंशन किसको कम है,
अचà¥à¤›à¤¾ या बà¥à¤°à¤¾ तो केवल à¤à¥à¤°à¤® है,
जिंदगी का नाम ही कà¤à¥€ ख़à¥à¤¶à¥€ कà¤à¥€ गम है। ??
मोहबà¥à¤¬à¤¤ के खरà¥à¤šà¥‹ की बड़ी लंबी कहानी है
कà¤à¥€ फिलà¥à¤® दिखानी है तो कà¤à¥€ शोपिंग करानी है,
मासà¥à¤Ÿà¤° रोज कहता है कहाठहै फीस के पैसे?
उसे समà¤à¤¾à¤Šà¤‚ मैं कैसे की मà¥à¤à¥‡ छोरी पटानी है!! ?
कहते है शराब शरीर को ख़तम करती
शराब सोच समठको ख़तम करती है,
आओ आज इस शराब को ख़तम करते है,
à¤à¤• वोतल तà¥à¤® ख़तम करो à¤à¤• हम ख़तम करते है! ?
कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤† जो उसने रचा ली मेहà¤à¤¦à¥€
हम à¤à¥€ अब सेहरा सजायेंगे,
तो कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤† अगर वो हमारे नसीब में नहीं,
अब हम उसकी छोटी बहन पटायेंगे! ?
सितम ढाने की हद होती है
सितम ढाने की हद होती है,
पास ना आने की रूठजाने की हद होती है,
à¤à¤• SMS तो कर दे जालिम,
पैसे बचाने की à¤à¥€ हद होती है! ?
मंजिल उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ को मिलती है
जिनके हौसलों में जान होती है…
और बंद à¤à¤Ÿà¥à¤ ी में à¤à¥€ दारू उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ को मिलती है,
जिनकी à¤à¤Ÿà¥à¤ ी में पहचान होती है! ? ?
नखरे आपके तौबा-तौबा
गजब आपका सà¥à¤Ÿà¤¾à¤ˆà¤² है,
मेसेज तो आप कà¤à¥€ करते नहीं,
बस हलà¥à¤²à¤¾ मचा रखा है की..
हमारे पास à¤à¥€ मोबाईल है। ?
जà¥à¤²à¥à¤«à¥‹à¤‚ में फूलों को सजा के आयी
चेहरे से दà¥à¤ªà¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾ उठा के आयी,
किसी ने पूछा आज बड़ी खà¥à¤¬à¤¸à¥‚रत लग रही है,
हमने कहा शायद आज नहा के आयी! ?
इशà¥à¥˜ में ये अंजाम पाया है
हाथ पैर टूटे, मà¥à¤à¤¹ से खून आया है,
हॉसà¥à¤ªà¤¿à¤Ÿà¤² पहà¥à¤‚चे तो नरà¥à¤¸ ने फ़रमाया..
बहारों फूल बरसाओ, किसी का आशिक़ आया है! ????
मà¥à¤à¥‡ ज़िंदगी का इतना तजà¥à¤°à¥à¤¬à¤¾
तो नहीं है दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚,
पर लोग कहते हैं
यहाठसादगी से कटती नहीं।
नजरिया बदल के देख
हर तरफ नजराने मिलेंगे,
ठज़िंदगी यहाà¤
तेरी तकलीफों के à¤à¥€ दीवाने मिलेंगे।
अब समठलेता हूà¤
मीठे लफ़à¥à¥›à¥‹à¤‚ की कड़वाहट,
हो गया है ज़िंदगी का
तजà¥à¤°à¥à¤¬à¤¾ थोड़ा थोड़ा।
हर बात मानी है
तेरी सिर à¤à¥à¤•à¤¾ कर ठज़िंदगी,
हिसाब बराबर कर तू à¤à¥€
तो कà¥à¤› शरà¥à¤¤à¥‡à¤‚ मान मेरी।
अकेले ही गà¥à¤œà¤° जाती है
तनà¥à¤¹à¤¾ ज़िंदगी,
लोग तसलà¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾à¤ तो देते हैं
साथ नहीं देते।
ज़िंदगी जिसका बड़ा नाम सà¥à¤¨à¤¾ है हमने
à¤à¤• कमजोर सी हिचकी के सिवा कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं।
ये कशमकश है
कैसे बसर ज़िंदगी करें,
पैरों को काट फेंके
या चादर बड़ी करें।
नफरत सी होने लगी है
इस सफ़र से अब,
ज़िंदगी कहीं तो पहà¥à¤à¤šà¤¾ दे
खतà¥à¤® होने से पहले।
इक टूटी-सी ज़िंदगी
न खबर थी उन टà¥à¤•à¥œà¥‹à¤‚ को ही बिखेर बैठेंगे हम।
समंदर न सही पर à¤à¤• नदी तो होनी चाहिà¤
तेरे शहर में ज़िंदगी कहीं तो होनी चाहिà¤à¥¤
दिन खूबसूरत था
ज़िनà¥à¤¦à¤—ी à¤à¥€ हो सकती थी,
तà¥à¤® ज़रा ठहरते,
तो à¤à¤• शायर की शायरी à¤à¥€ हो सकते थे!
मेरे लफà¥à¤œà¤¼ लफ़à¥à¤œà¤¼ में तेरी बात है मेरा
मैं बिखर गया मà¥à¤à¥‡
समेट तू मà¥à¤à¥‡ धूल
गरà¥à¤¦ में यूं ना उड़ा…
तेरे सोहबत की आदत सी थी
बेदिली से यूं ना सता…
मेरी सांस बन के रहेगी तू वादे जो थे यूठना à¤à¥à¤²à¤¾â€¦
तà¥à¤à¥‡ चाहना है क़à¥à¤¸à¥‚र अब सरेबाज़ार यूठइशà¥à¤•à¤¼ ना लà¥à¤Ÿà¤¾â€¦
हमारी शराफत का कà¥à¤› लोग
यूं लà¥à¤«à¥à¤¤ उठा रहे हैं…
खà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बदले गम
देकर…
उसकी कीमत हमें मà¥à¤«à¥à¤¤ बता रहे
हैं…
मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ की वजह तà¥à¤® थे
अब रà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡ की वजह à¤à¥€ तà¥à¤®
बने......
जà¥à¥œà¤•à¤° टूटना ,टूटकर जà¥à¥œà¤¨à¤¾
कैसे रोकूं इस दिल का रोना,
तेरे इशà¥à¥˜ ने दिया है सà¥à¤•à¥‚न इतना,
जाने के बाद तेरे हर पल लगे सà¥à¤¨à¤¾ सà¥à¤¨à¤¾ |
वो बिछड़ के हमसे ये दूरियां कर गई
दिन हà¥à¤† है, तो रात à¤à¥€ होगी
सोचा था तड़पायेंगे हम उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚
हम पर जो गà¥à¤œà¤°à¥€ है
मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¤à¥‡à¤‚ बीत गई खà¥à¤µà¤¾à¤¬ सà¥à¤¹à¤¾à¤¨à¤¾ देखे
बà¥à¤²à¤¾ रहा है
जिसके नसीब मे हों
दिल में ना हो जà¥à¤°à¥à¤°à¤¤ तो मोहबà¥à¤¬à¤¤ नहीं मिलती
बहà¥à¤¤ नायाब होते हैं
जनà¥à¤¨à¤¤-à¤-इशà¥à¤• में हर बात
रूबरू मिलने का मौका
वो रख ले कहीं अपने
मोहबà¥à¤¬à¤¤ नाम है जिसका
संà¤à¤¾à¤²à¥‡ नहीं संà¤à¤²à¤¤à¤¾ है दिल
मà¥à¤ में लगता है
कोई रिशà¥à¤¤à¤¾ जो न होता
राज़ खोल देते हैं
न जाहिर हà¥à¤ˆ तà¥à¤®à¤¸à¥‡ और न ही बयान हà¥à¤ˆ हमसे
कà¥à¤› ख़ास जानना है तो पà¥à¤¯à¤¾à¤° कर के देखो
चाहत हà¥à¤ˆ किसी से तो फिर बेइनà¥à¤¤à¥‡à¤¹à¤¾à¤ हà¥à¤ˆ
जरà¥à¤°à¥€ तो नहीं जीने के लिठसहारा हो
हमारा ज़िकà¥à¤° à¤à¥€ अब जà¥à¤°à¥à¤® हो गया है वहाà¤
कहीं बेहतर है तेरी अमीरी से मà¥à¤«à¤²à¤¿à¤¸à¥€ मेरी
अब ना मैं हूà¤, ना बाकी हैं ज़माने मेरे​
जिंदगी में कोई पà¥à¤¯à¤¾à¤° से पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾ नही मिलता
समà¤à¤¨à¥‡ ही नहीं देती सियासत हम को सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ
फलसफा समà¤à¥‹ न असरारे सियासत समà¤à¥‹,
जीवन का à¤à¤• अलग तरीका है...
आदमी की खातिर कांटे à¤à¥€ कबूल हैं ...
मà¥à¤à¥‡ कांच के टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ पर à¤à¥€ हंसने दो…
अगर आदमी कहता है ये मेरे फूल हैं!
डार मà¥à¤œà¥‡ à¤à¥€ लागा फौसला देख कर,
पà¥à¤°à¤¤à¤¿ मà¥à¤–à¥à¤¯ बधता गया दे दे कर,
खà¥à¤¦à¤¾ बा खà¥à¤¦ मेरे नज़दिक आति गायि,
मंजिल मेरा हौंसला देख कर…।
Kashti Ke Musafir Ne Samandar Nahi Dekha
Aakhon Ko Dekha Per Dil Mein Utr Kar Nahi Dekha,
Pathar Samajhate Hain Mujhe Mere Chahne Wale,
Hum Toh Mom Hain Kisi Ne Chhoo Kar Nahi Dekha …
Bahut Andar Tak Basa Tha Wo Shakhs Mere
उसे à¤à¥‚लने के लिठबड़ा वक़à¥à¤¤ चाहिà¤à¥¤
Mere Bina Kya Apne Aap Ko Sanwaar Loge Tum
"इशà¥à¤•à¤¼" हूठकोई ज़ेवर नहीं जो उतार दोगे तà¥à¤®à¥¤
Aasaan Nahin Yahan Kisi Ko
रूह सी निकलती है इस जिसà¥à¤® से,
दूर जाने के खà¥à¤¯à¤¾à¤² à¤à¤° से ही,
आ à¤à¥€ जाओ मेरी आà¤à¤–ों के रू-ब-रू अब तà¥à¤®,
कितना खà¥à¤µà¤¾à¤¬à¥‹ में तà¥à¤à¥‡ तलाश करूं।
सकून मिलता है जब उनसे बात होती है,
हज़ार रातों में वो à¤à¤• रात होती है,
निगाह उठाकर जब देखते हैं वो मेरी तरफ,
मेरे लिठवो ही पल पूरी कायनात होती है।
बड़ी उदास है ज़िंदगी तेरे बिन नहीं है
कà¥à¤› मेरे पास तेरे बिन अà¤à¤§à¥‡à¤°à¤¾ हो या हो उजाला ..
आता नहीं कà¥à¤› बी रास तेरे बिन |
मà¥à¤à¥‡ उदास देख कर उसने कहा मेरे होते हà¥à¤
मेरे होते हà¥à¤ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡ कोई दà¥à¤ƒà¤– नहीं दे सकता ,
फिर कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ ही हà¥à¤† बाद में
जितने à¤à¥€ दà¥à¤ƒà¤– मिले सब उसी के हà¥à¤ |
पहली मोहबà¥à¤¬à¤¤ के लिठदिल जिसे चà¥à¤¨à¤¤à¤¾ है.
वो अपना हो न हो…
दिल पर राज हमेशा उसी का रहता है।
कर दे नज़रे करम मà¥à¤ पर
कर दे नज़रे करम मà¥à¤ पर,
मैं तà¥à¤à¤ªà¥‡ à¤à¤¤à¤¬à¤¾à¤° कर दूà¤,
दीवाना हूठतेरा à¤à¤¸à¤¾,
कि दीवानगी की हद को पार कर दूà¤,